मेधा शक्ति प्रयोग ( स्मरण शक्ति बढाने की अद्भुत साधना )
कई लोग पड़ाई बहुत करते है।परन्तु याद करते ही भूल जाते है।और आजकल ये समस्या ज्यादा सुनने को मिलती है।मुझे भी याद नहीं होता था।तब मेरे परम पूज्य सदगुरुदेव ने मुझे ये विधान बताया जिसे में आज भी करता हु।और मैंने इस प्रयोग के कई लाभ पाए।जहा एक तरफ स्मरण शक्ति तेज हुई तो दूसरी जगह साधना मार्ग तथा ज्ञान मार्ग में मैंने प्रगति पाई।अतः प्रयोग के बारे में ज्यादा न कहते हुए सीधे विधि लिखता हु,स्वयं करे तथा इसका प्रभाव देखे।
विधि: साधना किसी भी सोमवार रात्रि 9 के बाद करे,आसन वस्त्र सफ़ेद हो।मुख आपका उत्तर या पूर्व की और हो।एक बजोट पर सफ़ेद कपडा बिछाये,तथा उस पर माँ सरस्वती का कोई भी चित्र या प्रतिमा स्थापित करे।एक कागज़ पर या भोज पत्र पर हल्दी तथा केसर के घोल से सरस्वती के बीज मंत्र "ऐं"(aim) लिखे।अब चित्र के सामने एक हल्दी की ढेरी बनाकर उस पर ये यन्त्र स्थापित कर दे।साथ ही एक गोमती चक्र भी रखे,तथा उस पर भी बीज मंत्र अवश्य लिखे।गुरु,तथा गणपति पूजन करे।इसके बाद माँ का तथा यन्त्र एवं गोमती चक्र का भी पूजन करे।सफ़ेद पुष्प अर्पण करे,खीर का भोग लगाये।अब हाथ में जल लेकर संकल्प करे में ये साधना अपनी स्मरण शक्ति को बढाने के लिये कर रहा हु सदगुरुदेव तथा माँ सरस्वती मुझे सफलता प्रदान करे।जल ज़मीन पर छोड़ दे।और अब स्फटिक माला से निम्न मंत्र की कम से कम 21 माला करे,साधक चाहे तो अधिक भी कर सकता है परन्तु जप संख्या प्रति दिन एक ही हो।हर माला के बाद थोड़े से अक्षत यन्त्र तथा गोमती चक्र पर डाले।साधना 3 दिन करे।प्रसाद स्वयं ग्रहण करे।साधना समाप्त होने पर यन्त्र को किसी ताबीज में डालकर धारण कर ले।गोमती चक्र को नित्य रात्रि पानी में डाल दिया करे,सुबह स्नान आदि करने के बाद मंत्र का 21 बार जाप कर वो पानी पि लिया करे।ऐसा 21 दिन करे बाद में गोमती चक्र का विसर्जन कर दे।हल्दी जो यन्त्र के निचे रखी गयी थी उसे नित्य आज्ञा चक्र की जगह पर लगाये,जो चावल एकत्रित हुए है उन्हें छत पर दाल दे ताकि पक्षी उन्हें खा ले।कपडे का विसर्जन कर दे।निसंदेह इस प्रयोग के लाभ को आप अपने जीवन में अनुभव करने लगेंगे।
मंत्र: ॐ ऐं मेधा शक्ति दात्री सरस्वत्ययि नमः।
Bhai roj alag samagri use kare ya ekhi rakhe
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