दरिद्रता नाशक प्रचंड सूर्य प्रयोग
||ॐ नमः सहस्त्र बाहवे आदित्याय नमो नमः।
नमस्ते पद्म्हस्ताय वरुणाय नमो नमः|
नमस्तिमिरनाशाय श्री सूर्याय नमो नमः।
नमः सहस्त्रजिह्वाय भानवे च नमो नमः।
त्वं च ब्रह्मा तवन च विष्णु रुद्रस्तवं च नमो नमः।
त्वमग्निसर्वभूतेषु वायुस्त्वं च नमो नमः.
सर्वगः सर्वभूतेषु न ही किन्चित्व्या विना.
चराचरे जगत्यस्मिन सर्वदेहे व्यवस्थितः||
सूर्य गायत्री :
||ॐ आदित्याय विद्महे भास्कराय धीमहि तन्नो भानुहु प्रचोदयात||
विधि:
प्रति दिन एक ताम्र पात्र में पुष्प,अक्षत,चन्दन.मिलाकर नीम वृक्ष में चड़ाए और वही खड़े होकर उपरोक्त स्त्रोत का एक बार पाठ करे और सूर्य गायत्री का १०८ बार पाठ करे ये ४५ दिनों तक करे.इस प्रयोग से जन्म जन्मान्तर की दरिद्रता का नाश हो जाता है.इस साधना में कोई नियम या वस्त्र माला आसन का बंधन नहीं है. जय माँ.
Shatayu bhai ji kya is sadhna ko ghar me koi neem ka paudha lga kar uspe jal chadha ke bhi kiya ja skta hai??
ReplyDeleteShatayu bhai ji kya is sadhna ko ghar me koi neem ka paudha lga kar uspe jal chadha ke bhi kiya ja skta hai??
ReplyDeleteजय शिव
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