Friday 21 March 2014

शाबर दशा माता साधना 


तंत्र के क्षेत्र में एक दिवस ऐसा भी आया था जब तंत्र कि दशा में एक मंगलकारी परिवर्तन आया.जिसे साधक दस महाविद्या सिद्धि दिवस भी कहते है.इसी दिन शिव ने दस महाविद्या पर से पर्दा उठाया था,और सम्पूर्ण विश्व ने जाना था कि दस महाविद्या क्या है.इसी दिन भारत के कई क्षेत्रो  में दशा माता पूजन होता है.जहा देवी कि कथा आदि कि जाती है.परन्तु दशा माता का शाबर तंत्र में भी अत्यधिक महत्व है.ये बात कम ही साधको को ज्ञात है कि,शाबर तंत्र में भी दशा माता कि साधना कि जाती है तथा अपनी दुर्दशा का नाश किया जाता है.इस बार ये दिवस २६ मार्च २०१४,को आ रहा है.इस दिन आप दशा माता से जुडी साधना कर सकते है.इस साधना को करने से साधक कि दशा सुधरती  है अर्थात,उसके जीवन को उच्चता कि प्राप्ति होती है.लाख परिश्रम के बाद भी आपका जीवन दुर्गति पूर्ण ही है.तो दशा माता कि साधना अवश्य करे.इससे साधक कि दशा में परिवर्तन होता है.तथा दशा माता कि कृपा से प्रगति के मार्ग खुल जाते है.जीवन में आ रही रुकावटे समाप्त हो जाती है.यदि आपके व्यापार पर या आप पर किसी ने तंत्र क्रिया कि हो तो उसका नाश हो जाता है.जीवन से नकारात्मक ऊर्जा पलायन कर जाती है.तथा जीवन में आनंद कि अनुभूति आती है.यह साधना आप २६ मार्च कि रात्रि ९ के बाद करे.सम्भव हो तो इस दिन व्रत रखे केवल फल का ही सेवन करे.रात्रि में स्नान कर पीले वस्त्र धारण करे तथा पीले आसन पर उत्तर या पूर्व कि और मुख कर बैठ जाये।भूमि पर बाजोट रखकर पिला वस्त्र बिछा दे.वस्त्र पर अक्षत कि ढेरी बनाकर उस पर एक मिट्टी का दीपक स्थापित कर दे.इसमें तील का तेल भरकर दीपक प्रज्वलित करे दीपक कि लो आपकी और होना चाहिए।अब दीपक को दशा माता का स्वरुप मानकर उसकी पूजा करे.कुमकुम,हल्दी अक्षत आदि से दीपक का पूजन करे.भोग में कोई भी पिली रंग कि मिठाई रखे.दशा माता से अपनी दशा को परिवर्तित करने कि प्रार्थना करे तथा कहे कि माँ मेरे जीवन को प्रगति प्रदान करे.इसके बाद निम्नलिखित शाबर मंत्र कि  एक माला जाप करे.इस साधना में आपको माला स्वयं बनानी होगी।एक लाल धागा इतना बड़ा  ले लीजिये जिसमे १०८ गठान लगायी जा सके तथा एक सुमेरु कि गाठ लगायी जा सके.इसी माला से आपको एक माला जाप करना होगा।जाप के पश्चात् अग्नि प्रज्वलित कर घी तथा पञ्च मेवे को मिलाकर अग्नि में १०८ आहुति प्रदान करे.आहुति के पश्चात् जो माला  आपने  बनायीं थी उसे गले में धारण कर ले.तथा माता से पुनः प्रार्थना कर आशीर्वाद प्राप्त करे.प्रसाद में जो मिठाई अर्पित कि गयी थी उसे पुरे परिवार को दे तथा स्वयं भी ग्रहण करे.अगले दिन अक्षत वस्त्र तथा दीपक किसी भी वृक्ष के निचे रख आये.इस प्रकार ये एक दिवसीय साधना पूर्ण होती है जो आपके जीवन को बदल देने में सक्षम है.

                                  मंत्र 

ॐ नमो आदेश गुरु को,दशा पलटे दशा माता।सुख समृद्धि प्रदान करे,धन बरसे सुख बरसे,दशा माँ कल्याण करे,आदेश गुरु गोरखनाथ को आदेश 

आप सभी कि साधना सफल हो इसी कामना के साथ 

जय अम्बे 

अन्य जानकारी के लिए मेल करे 

sadhika303@gmail.com

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